Friday, September 25, 2020

वो वादा न करना


मोहब्बत चाहे तुम ज़्यादा न करना 
जो निभा न सको, वो वादा न करना 

हर ख़्वाब मुक़म्मल होता नहीं है 
हक़ीक़त जो न हो, इरादा न करना 

सफ़र जो लंबा हो, मंज़िल हो दूर 
शुरू जो करो, फिर आधा न करना