Tuesday, November 29, 2016

ज़िन्दगी बीत गई है...


ज़िन्दगी बीत गई है, मंज़िलों को ख़ोजते हुए,
आज मुझे कहीं किसी राह में ही खोने दे। 

कितनी रातें हो गई हैं, करवटें बदलते हुए,
आज मुझे एक हसीन ख़्वाब की ख़ातिर सोने दे। 

जमाने को हँसाने के लिए, मैं ता-उम्र जोकर बना,
आज अपने ग़म-ओ-दर्द में डूब के रोने दे।

Sunday, November 27, 2016

पागल


क्या मैं पागल हूँ ?
या मैं नहीं हूँ
क्यूँ नहीं हूँ
मैं पागल ही तो हूँ
देखिये,
आप ये पढ़कर यही तो सोच रहें हैं ना
कि सच में हूँ
हा-हा
मुझे पता है
आख़िर आसान थोड़े ही होता है
पागल न होना।

Thursday, November 10, 2016

नज़र मुझसे मिलाती हो


नज़र मुझसे मिलाती हो, तो तुम शरमा सी जाती हो,
लबों को खोल न पाओ, पर एक मुस्कान बिछाती हो,
कभी दामन के साये में, जो तुम पलकें उठाती हो,
छिपी चिलमन के पीछे तुम, मेरी धड़कन चुराती हो,
इसी को प्यार कहते हैं...

Nazar mujhse milaati ho, to tum sharmaa si jaati ho,
Labon ko khol na paao, par ek muskaan bichhati ho,
Kabhi daaman ke saaye me, jo tum palke uthhati ho,
Chhipi chilman ke pichhe tum, meri dhadkan churaati ho,
Isi ko pyaar kahte hain...

Friday, November 4, 2016

रंग


इन रंगों की दुनिया को बेरंग मत करो,
इन्हें बिख़रे ही रहने दो, बेढंग मत करो।

In rango ki duniya ko berang mat karo,
Inhe bikhre hi rahne do, bedhang mat karo.

दिल की बात


हम तुमसे दिल की बात कुछ यूँ कह जायेंगे,
यादें बन मेरे शब्द दिल में उतर जायेंगे,
ख़्वाबों ख़यालों में सिर्फ़ मेरा ही चेहरा होगा,
तुम जितना दूर होगे, हम उतना याद आयेंगे...
हम तुमसे दिल की बात कुछ यूँ कह जायेंगे।

Hum tumse dil ki baat kuch yoon keh jaayenge,
Yaadein ban mere shabd dil me utar jaayenge,
Khwaabon khayaalon mein sirf mera hi chehra hoga,
Tum jitna door hoge, hum utna yaad aayenge...
Hum tumse dil ki baat kuch yoon keh jaayenge.