Monday, November 27, 2017

दुआ में उठते हाथ


दुआ में उठते हाथ, तू इबादत है मेरी 
हाँ तू सजदा है मेरा, तू आदत है मेरी 

मेरे लबों की मुस्कान, नींद-ओ-चैन है मेरी 
तू ख़याल है मेरे, तू चाहत है मेरी 

मैं तेरा अक़्स, तू वज़ूद है मेरा 
तू गुरूर है मेरा, तू हिमाक़त है मेरी 

तू तड़प है मेरी, तू दवा है मेरी 
तू सुरूर है मेरा, तू शरारत है मेरी 

तू नींद में पीठ पर थपकी है मेरी 
तू अरमान है मेरे, तू राहत है मेरी 

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