Friday, January 3, 2020

ये कैसा नया साल है


ये कैसा नया साल है 
जो बुझा हुआ हाल है 
कोई ग़म है या मलाल है 
ये कैसा नया साल है

खून सफ़ेद है पर 
चेहरा सुर्ख़ लाल है 
किस बात का बवाल है 
ये कैसा नया साल है

बदली है रंगत और 
बदली चाल ढाल है 
किस बात का कमाल है 
ये कैसा नया साल है

खो गये हैं ख़्वाब औ'
पिघल गये ख़याल हैं 
रूह गुमशुदा फ़िलहाल है 
ये कैसा नया साल है

सुर नहीं हैं मिल रहे 
बिगड़ी सारी ताल हैं 
न हिज्र न विसाल है 
ये कैसा नया साल है

दौलत का मोल क्या 
तिजोरी मालामाल है 
और दिल से कंगाल हैं 
ये कैसा नया साल है

सोच में सुकूँ नहीं 
ज़हन में बस सवाल है 
ये जी का जंजाल है 
ये कैसा नया साल है

कद बहुत है छोटा 
और आईना विशाल है 
सारी गलत मिसाल हैं 
ये कैसा नया साल है

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